The Greatest Guide To भाग्य Vs कर्म

बिना फल की इच्छा के कोई कर्म क्यों करेगा? शायद इसी सवाल के जवाब में गीता में आगे कहा गया है – न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्। कार्यते ह्यवश: कर्म सर्व: प्रकृतिजैर्गुणै: (प्रत्येक व्यक्ति को प्रकृति से अर्जित गुणों के अनुसार विवश होकर कर्म करना ही पड़ता है। कोई भी शख्स एक क्षण के लिए भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता।)

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मैं उनकी बात सुन रहा था और साथ ही यह भी सोच रहा था की अगर मुझे ज्योतिष ही सीखनी है तो और कुछ सीखने की क्या जरूरत है, पर उनसे कुछ कह न सका।

Jb insan dunia m jnm lenta h uska bhagya pehle hi teh ho jata h .karm to vo undesirable m krta h…es lyi luck overweigh the karma ..bcoz jo luck m likha hota h krm b usi ke acc hote h

कर्म अलौकिक प्रतीत हो सकता है, लेकिन यह एक सरल नियम का काम है। हम जो भी देते हैं, वही हमें प्राप्त होता है।

जिस तरह एक मूर्तिकार अपने हातो से मूर्तिको आकर देता है उसी तरह हम भी अपने कर्मो से अपना जीवन बदल सकते है.

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फिर हम मोदी क्यों नहीं बने

Log kehte h, Jo bhagye mei likha hota h ,whi hota h… but bhagya likhata kon h, kya GOD likhate h haamara bhagya ? Nahi, hm apna bhagya khud apne karmon se likhte hain…

अमेरिकाचाहे कुछ भी हो, मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा...अटकलों के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने तोड़ी चुप्पी

यदि आप इस बात से सहमत नहीं हैं कि -“कर्म हमेशा भाग्य से बड़ा होता है!

मैं-मैं समझ गया, ज्योतिष जैसे दुर्लभ और विराट विज्ञान को समझने के लिए आचार्य जी मुझे तैयार कर रहे थे। मैं शांत मन से उनके पास बैठ गया और फिर उनसे इस गंभीर विषय को समझना शुरू किया।

भाग्य कुछ नहीं होता बस भविष्य होता है कर्म सोच और मेहनत का परिणाम है. अगर आप सही कर्म के सारे दाव पेंच अच्छे से निभा रहे है.

भगवान शिव के भाग्य में विष और विष्णु के भाग्य में लक्ष्मी, अद्भुत है भाग्य की महिमा - कर्म और भाग्य की महिमा बड़ी निराली है, बिरले ही इसे समझ पाते हैं। देवताओं और दैत्यों के प्रयास से समुद्र मंथन के दौरान हलाहल विष, कामधेनु गाय, उच्चैःश्रवा अश्व, एैरावत हाथी, कौस्तुभ मणि, कल्पवृक्ष, रम्भा अप्सरा, देवी लक्ष्मी, वरूणी देवी, पारिजात वृक्ष, शंख, धनवन्तरि, अमृत कलश जैसी दिव्य वस्तुऐं प्राप्त हुईं। समुद्र मंथन के लिए देव और दानव ने एक समान कर्म किया, परन्तु भिन्न-भिन्न परिणाम प्राप्त हुए।

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